कोरोना काल के दौरान देश भर में सभी काम डिजिटल माध्यम से किए जा रहे थे। लगभग सभी काम घर बैठे बैठे ही किए जा रहे थे। ऐसे में कई लोगों ने मजबूर लोगों की मजबूरी का खूब फायदा भी उठाया था। जिसमें कुछ इंस्टेंट लोन देने वाले कुछ एप्स भी थे। इन एप्स ने लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे 200% तक ब्याज दर लेना शुरू कर दिया था। जिसको देखते हुए गूगल ने बड़ी कार्यवाई की है। मिली जानकारी के अनुसार गूगल ने अपने प्ले स्टोर से 2,000 से अधिक लोन ऐप को हटा दिया है। गूगल का कहना है कि इन एप्स ने नियमों का उल्लंघन किया है।
गूगल का कहना है कि “यह ऐप कंपनियां गूगल के बनाए नियमों और शर्तों का उल्लंघन करती पाई गई हैं। इन ऐप्स ने अपनी कई जानकारियों को छुपाया है और लोगों को गलत जानकारी देकर अपने कर्ज के जाल में फंसाया है।” इस बात की जानकारी गूगल के एशिया प्रशांत क्षेत्र के सीनियर डायरेक्टर और ट्रस्ट और सेफ्टी हेड सैकत मित्रा ने दी है। उनका कहना है कि “कंपनी लगातार उन सभी नियमों का पालन करने की कोशिश कर रही है जिसे सही संचालन के लिए बनाया गया है। गूगल की हमेशा कोशिश रहती है कि वह यूजर सेफ्टी को प्राथमिकता दें और डिजिटल अपराध को होने से रोके।”
बता दें कि गूगल अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए सरकार से बातचीत करने के पक्ष में हैं। कंपनी जनवरी से लेकर अब तक ऐसे कई ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा चुकी है। कंपनी ने इसको लेकर आगे कहा कि “कई ऐप्स अपनी जानकारी को छुपाते थें और सही डिसक्लोजर नहीं डालते थे। ऐसे में यह गूगल की पॉलिसी का यह साफ उल्लंघन माना जाएगा। ऐसे में इन लोन देने वाले ऐप्स पर कार्रवाई की गई है।” देश में इस तरह से धोखाधड़ी के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिसको देखते हुए आरबीआई ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज करने के सलाह दी है।