भारत के रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ग्रॉस आइलेट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में विशेष उपलब्धि हासिल कर ली। अश्विन ने भारत की पहली पारी में शतक (118) लगाया और वे एक सीरीज में दो या ज्यादा शतक और दो बार पारी में 5 या ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के धुरंधर ऑलराउंडरों के समूह में शामिल हो गए।
इस ग्रुप में अभी तक सिर्फ तीन दिग्गज रिची बेनो, टोनी ग्रेग और इयान बॉथम शामिल थे। बेनो ने सबसे पहले 1957-58 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह कारनामा किया था। इसके बाद टोनी ग्रेग ने 1973-74 में इस कारनामे को अंजाम दिया। इंग्लिश ऑलराउंडर बॉथम ने 1981 की एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस उपलब्धि को हासिल किया।
अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में भी शतक लगाया था। उन्होंने शुरुआती दो टेस्ट मैचों में पारी में 5 या ज्यादा विकेट लेने के कारनामे को 1 से ज्यादा बार अंजाम दिया था।
अश्विन ने यह विशेष उपलब्धि सीरीज के शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में हासिल की। इस तरह वे इस उपलब्धि को शुरुआती तीन टेस्ट में पूरी करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।