शुक्रवार यानी आज से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है, जो 9 सितंबर तक चलने वाला है। इस समय झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र काफी चर्चा में है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस सत्र में हंगामा हो सकता है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से संचालित होगी। सिर्फ विधानसभा अध्यक्ष ही नहीं बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी यही कहना है। बता दें कि सत्र शुरू होने से पहले सदन के संचालन को लेकर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो (Ravindra Nath Mahto) की अध्यक्षता में विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई थी।
जानकारी के मुताबिक इस बैठक में भाजपा को छोड़ जे एम एम, कांग्रेस, राजद, आजसू और माले के विधायकों के अलावा निर्दलीय सरयू राय शामिल हुए थे। भाजपा की की तरफ से कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। जिसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि “किसी कारण बस कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचे। मुख्य विपक्षी दल को छोड़कर बाकी सदस्य बैठक में शामिल हुए।” वहीं, दूसरी ओर सीएम हेमंत सोरेन ने दावा किया कि सदन चलेगा और उन्हें विश्वास है कि विधायकों का साथ भी मिलेगा।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि “कोरोनाकाल में सरकार ने हर एक निर्णय विधायक – सांसद से लेकर मुखिया तक के साथ विचार विमर्श कर लिया है। जहां तक बीजेपी के नहीं आने का सवाल है तो ये उनका राजनीतिक मुद्दा है। सदन में किसी सवाल के जवाब में अगर कोई त्रुटि या गलती है तो उसके सुधार में कोई गुरेज नहीं।” मिली जानकारी के अनुसार 6 सितंबर को वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण पेश किया जाएगा।