कोरोना संकट के दौरान भी सरकार ने मानसून सत्र शुरू करने का फैसला लिया। जिसके शुरू होने के बाद अब खबर है कि समय से पहले ही इस सत्र को समाप्त किया जा सकता है। खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि सत्र शुरू होने से पहले ही 30 सांसदों को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है। जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि इस सत्र को तय समय से पहले ही ख़त्म कर दिया जाएगा। बता दें कि संसद के दो बड़े आधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है।
देश में अब कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में दिन ब दिन इज़ाफ़ा हो रहा है और देश में अब ये संख्या 53 लाख से अधिक पहुंच चुकी है। जिसको देख 6 महीने में पहली बार शुरू हुआ ये सत्र तय समय से 1 हफ्ता पहले ही ख़तम करने की बात की जा रही है। वहीं संसद सत्र के एक बड़े अधिकारी ने कहा,”सत्र शुरू होने के बाद से सकारात्मक मामलों की संख्या बढ़ गई है, इसलिए सरकार सत्र की समयावधि कम करने के बारे में सोच रही है।” सरकार ने भी संसद में एंटर होने वाले रिपोर्टर्स पर भी डेली एंटीजेन टेस्ट भी अनिवार्य कर दिया है।
मानसून सत्र के बीच राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को कहा,”परीक्षा हॉल में पर्चियों के लेन-देन की अनुमति नहीं है लेकिन कोविड-19 सुरक्षा उपायों के मद्देनजर उच्च सदन में सदस्य एक-दूसरे से संपर्क करने के लिए ऐसा कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि बैठक शुरू होने के बाद कोई भी सदस्य दूसरे बैठक में शामिल आधिकारी के पास ना जाए। लेकिन कोई ज़रूरी मुद्दा हो तो उसे पर्ची पर लिख के भेज सकते हैं। खबर ये भी है कि जो सांसद कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी हैं भी हैं।