कोरो’ना वाय’रस संक्रम’ण के कारण लगे लॉ’कडा’उन की वजह सभी तरह की यात्रा करने वाले वाहनों को बंद कर दिया गया था। मगर अनलॉ’क की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कुछ वाहनों को इजाज़त दी गई। वहीं अब भारतीय रेलवे द्वारा अपनी सभी रेगुलर यात्री ट्रेनों का संचालन अगली सूचना तक र’द्द कर दिया गया है। लेकिन इस घोषणा के बावजूद पहले से चलाई जा रही सभी 230 ट्रेनों का संचालन पहले की तरह जारी रहेगा। मंगलवार को भारतीय रेलवे द्वारा दिए गए एक बयान में यह ऐलान किया गया कि, सभी नियमित पैसेंजर मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ सभी उपनगरीय ट्रेनों का संचालन अगली सूचना तक र’द्द रहेगा।
भारतीय रेलवे द्वारा जारी किए गए बयान में साफ कहा गया की, वर्तमान में चल रहीं 230 स्पेशल ट्रेनों का संचालन होता रहेगा। इसके अलावा मुंबई लोकल ट्रेन सेवाओं का सीमित संचालन भी पूर्व की तरह होता रहेगा। वहीं राज्य सरकार की मांग पर मुंबई लोकल का संचालन सीमित लोगों के लिए किया जा रहा है। रेलवे का कहना है कि, चल रहीं स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की संख्या पर लगातार नजर रखी जा रही है। अगर यात्रियों की मांग बढ़ेगी तो उसी हिसाब से कुछ और स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सकता है। हालांकि सभी रेगुलर ट्रेनों के साथ उपनगरीय ट्रेनों का संचालन लॉ’कडा’उन के पहले जिस तरह से र’द्द किया गया था, उसे फिलहाल जारी रखने का फैसला किया गया है।
लॉ’कडा’उन के दौरान ही सभी यात्रियों की मांग बढ़ी क्योंकि सभी को अपने अपने घर वापस लौटना था तो उसको मद्देनजर रखते हुए 12 जोड़ी स्पेशल राजधानी ट्रेनों का संचालन 12 मई को शुरू किया गया था, जबकि 1 जून को 100 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया था। इन सभी ट्रेनों के रूट का चलन इस तरह से किया गया था कि ये देश के हर हिस्से से जा कर जुड़ जाए। जबकि मुंबई में स्थानीय प्रशासन को आवश्यक सेवाओं को जारी रखने के लिए राज्य सरकार की मांग पर वहां की लोकल ट्रेनों का शुरू करने का फैसला किया गया था। वह भी चलती रहेंगी।भारतीय रेलवे द्वारा पहले रेगुलर ट्रेनों का संचालन 12 अगस्त तक र’द्द किया गया था। यात्री ट्रेनों के बंद होने से रेलवे को चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 40 हजार करोड़ रुपये के नु’कसान होने का अनुमान है। गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति भी लेकिन ट्रेनों का संचालन शुरू करने के लिए ज़रूरी होगी।