18 सितंबर 2016 को उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। इसका बदला लेने के लिए भारत ने नियंत्रण रेखा पार करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इसमें पाकिस्तान की शह पर बनाए गए टेरर लॉन्च पैड्स को ध्वस्त कर दिया गया था।
29 सितंबर को पाक अधिकृत कश्मीर में इस सर्जिकल स्ट्राइक को उरी हमले के 11 दिन बाद 29 सितंबर 2016 को मुकम्मल किया गया।
इसी तर्ज पर भारतीय वायुसेना ने पुलवामा हमले के बाद पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। खास बात यह है कि 14 फरवरी 2019 को हुए इस हमले के ठीक 12 दिन बाद एक बार फिर भारत ने बड़ा ऐक्शन लिया है।
ख़बरों के अनुसारभारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान कम से कम 7 आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया था। इस कार्रवाई के दौरान 38 आतंकियों को भी मार गिराए जाने की बात सामने आई थी।
सर्जिकल स्ट्राइक के ठीक बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिटरी ऑपरेशंस (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर LoC के पार आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर डाला।
भारत ने इससे पहले बेहद आक्रामक ढंग से पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक अभियान चलाया। साथ ही मिलिटरी मूवमेंट भी ऐसा रखा, जिससे यह मेसेज गया कि जवाबी हवाई हमला किया जा सकता है।