खुशहाली के मामले में भारत की हालत पिछले साल के मुकाबले और बिगड़ी है। दरअसल संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट में इस साल भारत 7 स्थान नीचे चला गया है। 156 देशों की इस लिस्ट में भारत का 140वां नंबर है। इसका मतलब है कि बाकी 139 देशों के लोग भारत के लोगों से ज्यादा खुश हैं।
खुशहाली की इस लिस्ट में भारत अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन से भी पीछे है। इस लिस्ट में पाकिस्तान 67वें, बांग्लादेश 125वें और चीन 93वें नंबर पर है।
विश्व के 10 सबसे खुशहाल देश
फिनलैंड
डेनमार्क
नॉर्वे
आइसलैंड
नीदरलैंड
स्विट्जरलैंड
स्वीडन
न्यूजीलैंड
कनाडा
ऑस्ट्रिया
रैंकिंग में सबसे नीचे रहने वाले 10 देश
साउथ सूडान (रैंक- 156)
मध्य अफ्रीकी गणराज्य (रैंक- 155)
अफगानिस्तान (रैंक- 154)
तंजानिया (रैंक- 153)
रवांडा (रैंक- 152)
यमन (रैंक- 151)
मलावी (रैंक- 150)
सीरिया (रैंक- 149)
बोत्सवाना (रैंक- 148)
हैती (रैंक- 147)
संयुक्त राष्ट्र की खुशहाली लिस्ट 6 कारकों (आय, स्वस्थ जीवन की उम्मीद, सामाजिक सपोर्ट, आजादी, विश्वास और उदारता) के आधार पर तय की जाती है। संयुक्त राष्ट्र की सातवीं सालाना वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट में इस बात पर भी गौर किया गया है कि लोगों के बीच चिंता, उदासी और गुस्से सहित नकारात्मक भावनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में फिनलैंड को लगातार दूसरे साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है। उसके बाद डेनमार्क, नॉर्वे, आइसलैंड और नीदरलैंड का नंबर है। वहीं युद्धग्रस्त दक्षिण सूडान के लोग अपने जीवन से सबसे अधिक नाखुश हैं, इसके बाद मध्य अफ्रीकी गणराज्य (155), अफगानिस्तान (154), तंजानिया (153) और रवांडा (152) हैं। दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक होने के बावजूद, अमेरिका खुशहाली के मामले में 19 वें स्थान पर है।