भाजपा में शामिल हुए टीएमसी के 2 विधायक और करीब 50 पार्षद

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नई दिल्ली – लोकसभा चुनाव 2019 में कई सीटों का नुकसान होने के बाद टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक और बड़ा झटका लगा है। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो और सीपीएम के एक विधायक आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये हैं। बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे और टीएमसी के निलंबित विधायक शुभ्रांशु भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वहीं तृणमूल के तुषार भट्टाचार्य बीजेपी में शामिल हो गए। इसके अलावा करीब 50 पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थामा है।

इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए, उसी तरह बीजेपी में टीएमसी नेताओं के शामिल होने का सिलसिला सात चरणों में होगा। आज इसका पहला चरण है।

इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा ‘जिस तरीके से पश्‍च‍िम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए उसी तरीके से यहां सात चरणों में लोगों को पार्टी में शामिल करवाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि 40 विधायक हमारे संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। आज उसका पहला चरण है।’

लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन के बाद कई तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक और पार्षद पार्टी से संपर्क में हैं। पश्चिम बंगाल के गरीफा (वॉर्ड नंबर 6) से तृणमूल कांग्रेस की पार्षद रूबी चटर्जी ने बताया था कि 20 पार्षद दिल्ली में हैं। हम (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी जी से नाराज़ नहीं हैं, लेकिन बंगाल में बीजेपी की हालिया जीत ने हमें पार्टी में शामिल होने के लिए प्रभावित किया। लोग BJP को पसंद कर रहे हैं, क्योंकि वे लोगों के लिए काम कर रहे हैं।

वहीं पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी संगठन के पुनर्गठन के मकसद से तृणमूल कांग्रेस अपने नाराज नेताओं से संपर्क साध रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ”हम ऐसा नेताओं और कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं, जो कुछ कारणों से निष्क्रिय हो गए हैं। हम हर किसी को पार्टी में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।”

कोलकाता के महापौर और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम ने रविवार को शहर के पूर्व महापौर सोवन चटर्जी से मुलाकात की, जिन्होंने सक्रिय राजनीति से विश्राम ले लिया है। उन्होंने चटर्जी से पार्टी में लौटने और संगठन की जिम्मेदारी देखने को कहा है। हालांकि चटर्जी ने इस बाबत कोई भी वादा नहीं किया है। तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने नाराज नेताओं से मुलाकात की है और उनसे ‘गलतफहमियों’ को भूलाकर पार्टी में वापस आने का आग्रह किया है। इसी बीच इस तरह की खबरें मिल रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं।