नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार सरकार बनाने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत शनिवार शाम मालदीव पहुंच गए। मालदीव के माले एयरपोर्ट पर मोदी का भव्य स्वागत किया गया। इससे पहले इससे पहले पीएम मोदी ने केरल के त्रिसूर में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम ने यहां पर प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर में विशेष पूजा भी की।
मोदी का माले हवाईअड्डे पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया। बता दें कि इस यात्रा का मकसद हिंद महासागर द्वीपसमूह के साथ संबंधों को और मजबूत करना है। प्रधानमंत्री मोदी को मालदीव द्वारा अपने सर्वोच्च सम्मान ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया जाएगा। विदेश मंत्री शाहिद ने मोदी की यात्रा के मद्देनजर टि्वटर पर कहा कि ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ मालदीव का सर्वोच्च सम्मान है जिसे विदेशी हस्तियों को दिया जाता है।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश के गरीबों को अपना घर बेचना ना पड़े इसके लिए हम 5 लाख की सुविधा दे रहे हैं, लेकिन केरल के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है। क्योंकि यहां की सरकार ने इस सुविधा को लागू करने से मना किया है। हम अपील करते हैं कि वे स्वीकार करें और केरल के लोग इसका फायदा उठा सकें।
शनिवार को मालदीव में रुकने के बाद रविवार को मोदी श्रीलंका पहुंचेंगे। यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि दोनों जगह उनका यह दौरा नेबरहुड फर्स्ट की नीति को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से दोनों ही देशों से भारत के संबंध और मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि शनिवार से शुरू हुई मालदीव और श्रीलंका की उनकी यात्रा से भारत द्वारा ‘पड़ोस पहले’ नीति को दिया जाने वाला महत्व प्रतिबिंबित होता है और इससे समुद्र से घिरे दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। मोदी लोकसभा चुनाव में जीतकर दोबारा सत्ता में आने के बाद अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के तहत सबसे पहले मालदीव जाएंगे। वह मालदीव से रविवार को श्रीलंका जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं इसको लेकर आश्वस्त हूं कि मालदीव और श्रीलंका की मेरी यात्रा से हमारी ‘पड़ोस पहले नीति’ और क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं प्रगति की दृष्टि के अनुरूप हमारे समुद्री पड़ोसी देशों के साथ हमारे नजदीकी एवं सौहार्दपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।’ ऐसी जानकारी मिली है कि मालदीव मोदी को एक प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘आर्डर आफ निशानीज्जुदीन’ से सम्मानित करेगा।
उन्होंने रवानगी से पहले जारी एक बयान में कहा कि श्रीलंका की उनकी यात्रा वहां 21 अप्रैल को हुए ‘भीषण आतंकवादी हमलों’ के मद्देनजर इस द्वीपीय देश की सरकार एवं वहां के लोगों के प्रति भारत की एकजुटता व्यक्त करने के लिए है।
मोदी ने कहा, ‘भारत के लोग श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं जिन्होंने ईस्टर के दिन भीषण आतंकवादी हमले के मद्देनहर बड़ी पीड़ा और विनाश का सामना किया। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका का पूर्ण समर्थन करते हैं।’
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के तौर पर दूसरे कार्यकाल की यह पहली विदेश यात्रा है। पहले वह मालदीव जाएंगे और रविवार को वे श्रीलंका के दौरे पर रहेंगे। मोदी के अनुसार श्रीलंका में हुए आतंकवादी हमलों के बाद अब भारत की उसके साथ मजबूती जाहिर करना जरूरी है।
वहीं मालदीव को मजबूत साझेदार बताते हुए मोदी ने कहा कि इस देश के साथ हमारी संस्कृति और इतिहास का जुड़ाव है। पिछले कुछ सालों में हमारे संबंध काफी मजबूत हुए हैं और इस यात्रा के बाद यह और भी गहरे हो जाएंगे। गौरतलब है कि मोदी नवंबर 2018 में मालदीव के राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह में भी शरीक हुए थे।