उत्तराखंड : JCB पर गिरा मलबा, भारत-चीन सीमा को जोड़ने वला मार्ग बंद

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चमोली: भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश हो रही है। नदियां खतरे के निशान के पर बह रही हैं। हरिद्वार में गंगा का पानी खेतों तक पहुंच गया है, जिसके चलते लोगों की खेती बर्बाद हो रही हैं। वहीं, कई सड़क मार्ग भी लगातार बंद चल रहे हैं। इधर, भारी बारिश के कारण भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मार्ग बंद हो गया है, जिससे सेना को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

भारत चीन सीमा को‌ जोड़ने वाला नीती मोटर मार्ग भूस्खलन से बंद हो गया है। नीती में काली मंदिर के पास पहाड़ी से चट्टान टूटने से हाइवे बंद हुआ है। बताया गया कि चट्टान टूटने से एक मशीन भी क्षतिगस्त हुई है। जेसीबी मशीन के ऊपर टूटी चट्टान का मलबा आ गया है। इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। बीआरओ मार्ग खोलने में जुट गया है। इस हाइवे से ही सेना ने सीमा पर चौकियों में रसद की सप्‍लाई करती है।

पौड़ी जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में रात्रि से रुक- रुक कर हो रही वर्षा ग्रामीण क्षेत्रों की लाइफ लाइन कहे जाने वाले ग्रामीण मोटर मार्गों पर कहर बनकर टूटी है। जगह-जगह मलबा आने से रविवार को एक राज्य मार्ग सहित 23 मोटर मार्ग बंद हो गए।

जनपद में वर्षा से राज्य मार्ग पैठाणी-नोटी-कर्णप्रयाग के अलावा डुंगरीपंथ-छातीखाल, किंसूर-कांडी, दमदेवल-गडरी-झलपाडी, पोखरीखेत-चोरकंडी-मासौ, पोखरी-डुमका समेत ग्रामीण क्षेत्रों के 23 मोटर मार्ग शामिल हैं। हालांकि बंद मार्गों को खोलने में जगह-जगह जेसीबी मशीने लगाई गई हैं,लेकिन इसमें भी बारिश बाधा बन रही है।

चमोली जनपद में बदरीनाथ हाइवे बीते रोज दोपहर से लामबगड़ खचडानाला में जलस्तर बढ़ने से बंद रहा। बताया गया कि लगातार मौसम खराब के चलते व जलस्तर बढ़ने से हाइवे खोलने का काम नहीं हो पा रहा था। पुलिस प्रशासन ने पांडुकेश्वर, गोविंदघाट व जोशीमठ में सात सौ यात्रियों को रोका गया था, जिन्हें बदरीनाथ जाना था। फिलहाल, हाईवे सुचारू है।