उत्तराखंड: टेलीग्राम से लीक किया था पेपर, क्या अधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई?

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देहरादून: UKSSSC की परीक्षा में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें होती रहती हैं। ये बात अलग है कि गड़बड़ियों की जांच के आदेश जरूर दिए गए। लेकिन, कभी जांच नहीं हो पाई। इस बार बेरोजगार संगठन की मांग पर जांच हुई तो पूरा सच सामने आ गया। मामले में STF अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। UP से गिरफ्तार कंपनी के कर्मचारी ने पूछताछ में खुलाया किया है।

UKSSSC की आउटसोर्स कंपनी RMS सॉल्यूशन के कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है। पेपर लीक मामले के बाद हालांकि आयोग ने कर्मचारियों को गोपनीय कामों से हटा दिया है, लेकिन कंपनी को नहीं हटाया गया। साथ ही आयोग के अधिकारियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पकड़े गए कंपनी के शातिर कर्मचारी ने तीनों पालियों के एक-एक सेट को टेलीग्राम एप के माध्यम से अपने साथियों को भेज दिया। इस काम के लिए उसे 36 लाख रुपये मिले थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसकी जांच STF को सौंपी गई। इस क्रम में रविवार को एसटीएफ ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। मंगलवार को न्यायालय ने दो आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड भी मंजूर की थी, लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ के रडार पर प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा कर्मचारी भी आ गया था।

इस बीच पता चला कि RMS सॉल्यूशन कंपनी में काम करने वाले अभिषेक वर्मा नाम के युवक ने कुछ दिनों में काफी पैसा खर्च किया है। गाड़ी खरीदी और गांव के मकान में भी अच्छा-खासा पैसा खर्च किया है। पूछताछ में उसने बताया कि अभिषेक वर्मा नौ लाख रुपये की कार खरीदी। साढ़े नौ लाख रुपये अपने मकान की मरम्मत में खर्च किए। बाकी बचा पैसा उसने अपने परिजनों के खातों में जमा करा दिया।