जानें भारत की नौ ऐसी जगह जहां कोरोना वाय’रस का प्रको’प तेज़ी से बढ़ रहा है

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पूरे भारत में कोरोना वाय’रस का संक्रम’ण बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन इसके नए नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं भारत के छह राज्य कोरोना वाय’रस से बुरी तरह संक्रमित हैं। इन छह राज्यों में नौ ऐसी जगहें हैं जहां वाय’रस को फैलने से रोकने के लिए खासा ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना वाय’रस के हॉटस्पॉट्स की लिस्ट में राजधानी दिल्ली के दो इलाके भी शामिल हैं। इन 6 राज्यों की 9 इलाके अहम हैं जहां कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। बता दें कि वह नौ हॉटस्पॉट में दिल्ली का दिलशाद गार्डन, निज़ामुद्दीन, केरल का कासरगोड, केरल का ही पतनमथिट्टा, पंजाब का एसबीएस नगर, राजस्थान का भीलवाड़ा,महारा’ष्ट्र का पुणे, मुम्बई और लद्दाख शामिल है।

बता दें कि हॉटस्पॉट वह जगह हैं जहां कोरोना वाय’रस से मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ने के कार’ण उन तक पहुंचना और निगरानी करना बहुत मुश्किल हो जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जब कोई केस मिलता है तो सबसे पहले जोन डिफाइन की जाती है। फिर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम होता है। फिर अस्पताल या फिर होम क्वॉरन्टीन की जरूरत होती है। खासकर के संक्रम’ण चक्र को तोड़ने की कोशिश की जाती है। आईसीएमआर में सीनियर साइंटिस्ट रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि “कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बेहद जरूरी है। जिस पर पूरा फोकस किया जा रहा है। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की करीब 12 हज़ार लोगों की कोर टीम हैं जिसमें राज्य सरकारों की टीम का साथ मिलता है।”

बता दें कि इन जगहों पर कोरोना वाय’रस के मामले अधिक होने के कार’ण सरकार द्वारा हॉटस्पॉट करार दिए गए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए सवाल में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि “जहां एक मामला भी सामने आता है संक्रम’ण का वह भी हमारे लिए हॉटस्पॉट है और स्वाभाविक तौर पर जहां ज्यादा मामले आते हैं वहां पर हमारा ज्यादा ध्यान होता है और हम उस लिहाज से व्यापक तौर पर इंतजाम भी करते हैं।” वहीं ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक में देश में कोरोना वाय’रस के बढ़ते क’हर पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान गौर किया गया कि देश में किन किन राज्यों में क्या स्थिति है कोरोना वाय’रस के संक्रम’ण को लेकर हालात की समीक्षा की गई और किन-किन राज्यों में कहां कितने कदम उठाने जरूरी है क्या इमरजेंसी में जरूरत है। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आईसीएमआर के डीजी और अलग-अलग विभागों के सचिवों के साथ भी बैठक की जिसमें कोरोना वाय’रस का तोड़ निकालने पर चर्चा हुई।