सांगली में चार साधुओं पर टूट पड़ी भीड़, जमकर की पिटाई, याद आई दो साल पुरानी घटना

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महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में एक बार फिर साधुओं को लोगों के हमले का शिकार होना पड़ा। भीड़ी ने बेवजह साधुओं पर हमला बोल दिया। किसी तरह लोगों ने भीड़ से साधुओं को बचाया। लात-घूंसे और बेल्ट से बेरहमी से पीटा गया। ये सभी साधू यूपी से वहां एक मंदिर में दर्शन करने गए थे। सांगली जिले में मंगलवार को भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में चार साधुओं पर कथित रूप से हमला कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। हालांकि वीडियो वायरल होने के बावजूद साधुओं ने इस घटना पर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार ये घटना जाट तहसील के लवंगा गांव की है, जब उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार लोग एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से मंदिर शहर पंढरपुर की ओर जा रहे थे। वे सोमवार को गांव के एक मंदिर में रुके थे।

सोमवार को गांव के एक मंदिर में रुके थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कि मंगलवार को यहां से गुजरते समय उन्होंने एक लड़के से रास्‍ते के बारे में जानकारी ली। इससे कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं।

अधिकारी ने बताया कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जब साधुओं का लाठियों से पीटा गया है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पूछताछ कर पता चला कि साधु वास्तव में उत्तर प्रदेश के एक ‘अखाड़े’ के सदस्य थे।

दो साल पहले अप्रैल 2020 में भी मुंबई में स्थित पालघर के गडचिनचले गांव में बच्‍चा चोरी के संदेह में उग्र भीड़ के हमले में तीन लोगों की हत्‍या कर दी गई थी। ये तीनों लोग मुंबई से सूरत किसी की अंत्‍येष्टि में शामिल होने जा रहे थे, कि तभी 100 लोगों की भीड़ ने उन्‍हें बच्‍चा चोर समझकर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया था।

ग्रामीणों ने कार से खींचकर इन लोगों को उतारकर इतना मारा था कि तीनों की मौत हो गई थी। गांव वालों की भीड़ इतनी उग्र थी कि पुलिस के वाहन पर भी हमला कर दिया था। इस मामले नें 100 से अधिक ग्रामीणों को पुलिस ने हिरासत में लिया था।