बीजेपी के अंदर ही चल रहा है सिया’सी घमा’सान, करी अपनी ही सरकार के खि’लाफ सीक्रेट मीटिंग, जाने क्या रहा कार’ण..

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पिछले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हुई सियासी यु’द्ध अभी तक समा’प्त नहीं हुआ। पहले यह युद्ध तीन पार्टियों के बीच था मगर अब भारतीय जनता पार्टी के अंदर ही जारी हो चुका है। दो महीने पहले हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बेहतरीन प्रद’र्शन किया था।

कहा जा रहा है कि लोगों ने सीएम बीएस येडियुरप्‍पा के खि’लाफ बनाए जा रहे माहौल को पूरी तरह से मना कर दिया है। बीजेपी के हा’लात देखते हुए लग रहा है कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल में कुछ बीजेपी विधायकों ने एक गोपनीय बैठक कर येडियुरप्‍पा सरकार के काम’काज पर चर्चा की।

सोमवार को हुई सीक्रेट मीटिंग में येडियुरप्‍पा के बेटे विजयेंद्र ‘सुपर सीएम’ बन गए हैं। विधायकों ने कैबिनेट विस्तार के बाद भी बगा’वत की। उनका कहना है कि येडियुरप्‍पा ने सिर्फ कांग्रेस छो’ड़कर आए विधायकों को ही कैबिनेट में जगह दी है। इस चक्‍कर में बीजेपी के वफादार और लंबे समय से जुड़े विधायक किनारे कर दिए गए। ना’राज़ विधायकों में उमेश कट्टी का नाम भी शामिल है जिन्हे कैबिनेट में जोड़ने का वादा किया था, लेकिन आखि’री वक्त पर निकाल दिया गया।

कहा जा रहा है कि जगदीश शेट्टार, जो के कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री और मौजूदा येडियुरप्‍पा सरकार के नेता भी इस मीटिंग का हि’स्सा थे। सोमवार रात हुई गोपनीय बैठक में वह भी विद्रो’ह कर रहे विधा’यकों के साथ खड़े दिखाई दिए।

इसी वजह से येडियुरप्‍पा के करीबी विधा’यकों ने भी एक पत्र लिखकर नारा’जगी जताई है। इस पत्र में उन्होंने विजयेंद्र को लेकर असंतो’ष जताने के साथ ही येडियुरप्‍पा के नेतृत्‍व को लेकर चिंता भी जताई गई है। साथ ही साथ इस पत्र में येडियुरप्‍पा की तारी’फ भी की गई है।

पत्र में लिखा गया है, “येडियुरप्‍पा ने अपने समुदाय के किसी नेता को पार्टी में आगे नहीं बढ़ने दिया। वह आगे भी किसी को आगे नहीं बढ़ने देंगे। ये दुख’द है कि इस उम्र में भी कोई व्‍यक्ति सत्‍ता को अपने हाथों में रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। हालांकि, उनकी उम्र और अनुभव को ध्‍यान में रखते हुए उन्‍हें किसी राज्‍य का राज्‍यपाल बना देना चाहिए।”

जब सोमवार को कर्नाटक विधानसभा का स’त्र शुरू हुआ तभी से ही यह सियासी हलचल आरं’भ हुई। माना जा रहा है कि स’त्र के दौरान वि’पक्ष सियासी विरो’धियों के विरू’द्ध पुलिस का इस्‍तेमाल करने और नागरिकता संशोधन कानून 2019 के खि’लाफ प्रद’र्शन कर रहे लोगों पर की गई कार्रवाई के बहाने येडियुरप्‍पा सरकार को घेरने की को’शिश करेगा।