17 मई को दस चुनावी रैलियों में होंगे शामिल सिद्धू

0
246

बठिंडा – कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी के साथ चलते मतभेदों की वजह से पंजाब में चुनाव प्रचार से किनारा कर चुके केबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के दखल के बाद अब एक दिन के लिए पंजाब में पार्टी का चुनाव प्रचार करने के लिए राजी हो गए हैं। सिद्धू 17 मई को बठिंडा में कांग्रेस प्रत्याशी राजा वारिंग के समर्थन में दस चुनावी रैलियों में भाग लेंगे।

हालांकि, इससे पहले कैप्टन से नाराजगी से चलते सिद्धू एक तरीके से पंजाब में पार्टी के चुनाव प्रचार से किनारा ही कर रहे थे। सोमवार को जब राहुल गांधी पंजाब आए तो भीड़ को आकर्षित करने में माहिर सिद्धू रैलियों से नदारद रहे। इसके बाद सिद्धू के कार्यालय ने कहा कि लगातार बोलते रहने के कारण उनका गला खराब हो गया है। मंगलवार को सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने बताया कि पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन्हें प्रचार नहीं करने के लिए कहा है। पंजाब में प्रचार करने की अनुमति नहीं देने के लिए पार्टी की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी को भी जिम्मेदार ठहराया, जिससे सिद्धू व कैप्टन में चल रहे टकराव का मामला सुर्खियों में आया।

सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने पत्रकारों से कहा, ‘कैप्टन साब छोटे कैप्टन हैं और राहुल गांधी सबसे बड़े कैप्टन हैं और उन्होंने उन्हें (सिद्धू) अन्य राज्यों में जिम्मेदारी दी है और नवजोत (सिद्धू) वहां चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।’ नवजोत कौर ने कहा, ‘जब कैप्टन साब और आशा कुमारी ने सभी (13) सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है, तो फिर पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए नवजोत (सिद्धू) की क्या जरूरत है।’ कौर ने पार्टी की ओर से उनके प्रति अपनाए गए व्यवहार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘मैं अमृतसर (लोकसभा सीट) से चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं, लेकिन मुझे टिकट देने से इनकार कर दिया गया। वास्तव में मुझे टिकट नहीं दिए जाने के लिए अमरिंदर सिंह जिम्मेदार हैं।’ पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए 19 मई को मतदान होना है।

इस सबके बीच मंगलवार को ही जब प्रियंका गांधी बठिंडा में राजा वारिंग की रैली में पहुंची तो अचानक उनके साथ नवजोत सिंह सिद्धू भी मंच पर देखे गए। हालांकि, इससे पहले उनके कार्यालय की ओर से बताया जा रहा था कि सिद्धू पटना जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मंच पर ही राजा वारिंग ने सारे हालात के बाद प्रियंका गांधी को बताया। उसके बाद प्रियंका गांधी ने मंच पर ही सिद्धू से बात कर उन्हें मनाया।

प्रियंका गांधी के दखल के बाद सिद्धू नरम पड़े व मंच पर अपने संबोधन में प्लान किया कि प्रिंयका गांधी के आदेश के बाद वह 17 मई को बठिंडा में कांग्रेस पार्टी की दस चुनावी रैलियों में भाग लेंगे। सिद्धू ने इशारों इशारों में कैप्टन व आशा कुमारी को भी खूब खरी खोटी सुनाई। अपने संबोधन में सिद्धू ने कैप्टन का नाम तक नहीं लिया। कहा कि उन्हें कोई झुका नहीं सकता। उसके बाद प्रियंका गांधी के ही आग्रह पर सिद्धू पठानकोट में सुनील जाखड़ के पक्ष में आयोजित पार्टी के रोड़ शो में शामिल होने के लिये तैयार हुए। यहां रोड शो में सिद्धू लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे।